शुक्रवार, 23 जुलाई 2010

रुलाता ही नहीं, सेहत भी बनाता है प्याज

नई दिल्ली [जागरण न्यूज नेटवर्क]। प्याज का इस्तेमाल लगभग हर भारतीय घर में होता है। बहुत से लोगों को प्याज का नाम लेते ही, आंखों में आंसू याद आते हैं। लेकिन यह प्याज का सिर्फ एक पक्ष है।

प्याज स्वाद के लिए ही नहीं, सेहत के लिए भी उपयोगी है। प्याज में विटामिन ए, बी और सी होता है। यह फोलिक एसिड, कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, क्रोमियम, आयरन और फाइबर का अच्छा स्रोत है।

जानिए प्याज के गुण :

-गठिया रोग में प्याज के रस में जरा सा राई का तेल मिलाकर मालिश करें, लाभ होगा।

-चेहरे पर मुंहासे हों, तो प्याज का रस पीसकर लगाएं। झांई हो, तो प्याज का बीज पीसकर लगाएं।

-मच्छरों को भगाने के लिए बिस्तर पर प्याज के रस की दो-चार बूंदें छिड़क दें। मच्छर तुरंत भाग जाएंगे।

-जले हुए स्थान पर प्याज को कुचलकर लगाएं। तत्काल आराम मिलेगा।

-कुत्ते के काटने पर प्याज पीसकर लगा दें और प्याज का रस भी पिला दें। खतरा कम होगा।

-जुकाम होने पर कुछ घंटों के अंतराल पर प्याज को सूंघें। आराम मिलेगा।

-गर्मियों में नाक से खून आने की शिकायत हो, तो प्याज को सूंघने से राहत मिलेगी।

-अधिक पसीना आता हो, तो सलाद में कच्चा प्याज प्रतिदिन खाएं।

-प्याज को काटकर पानी में उबालें और उस पानी को ठंडा करके उससे सिर धोएं, बालों में मजबूती के साथ चमक आएगी।

-चोट लगने या छिल जाने पर प्याज का पेस्ट लगाएं। आराम मिलेगा।

फैशन

कुर्ती है एवरग्रीन फैशन
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मौसम कोई भी हो हमें अपने आउटफि‍ट्स पर विशेष ध्यान रखना पड़ता है। बारि‍श भले ही शुरू हो गई हो लेकि‍न गर्मी का मौसम अभी भी अपना एहसास कराता रहता है। खासकर युवतियों को तो गर्मी के मौसम में इस बात का ध्यान भी रखना पड़ता है कि ड्रेस ऐसा न हो कि पसीने आने से सारी मेहनत पर ही पानी फिर जाए और मेकअप ही खराब हो जाए। इस सबका एक ही समाधान है और वह है कॉटन।

कॉटन के परिधान जहाँ पहनने में आरामदायक हैं, वहीं उमस भरी गर्मी में शीतलता भी प्रदान करते हैं। यही कारण है कि इन दिनों कॉटन की कुर्ती चलन में है। गर्मी से बचने के लिए युवतियाँ कॉटन की कुर्ती पहन रही हैं। इन दिनों जींस एवं लैगिंग के साथ कॉटन की कुर्ती काफी लोकप्रिय है।

यही कारण है कि मॉर्केट में कुर्ती विभिन्न रंगों एवं डिजाइनों में उपलब्ध है। एंब्रायडरी से लेकर लेस, नेट बीड्स आदि के वर्क ने इन्हें और भी ज्यादा आकर्षक बना दिया है। यही कारण है कि कॉलेज गोइंग युवतियों की नहीं बल्कि जॉब करने वाली युवतियाँ की भी ये कुर्ती पहली पसंद बन चुकी है।

अगर रंगों की बात की जाये तो लाल, गुलाबी, लेमन और सफेद रंग की कुर्ती ज्यादा पसन्द की जा रही है। मार्केट में इनकी कीमत 150 रुपए से लेकर एक हजार रुपए तक की रेंज में है। तुराबनगर स्थित जगदम्बा कलैक्शन के संचालक निखिल कुमार बताते हैं कि इन कुर्तियों की इन दिनों इस कदर डिमांड हैं कि रोजाना उनकी दुकान से साठ से सत्तर कुर्तियाँ बिक जाती हैं।

उनका कहना है कि युवतियों को प्रिंटेड कुर्ती की अपेक्षा कढ़ाई की कुर्तियाँ अधिक भा रही हैं। रंगों में लाल, गुलाबी व सफेद अधिक पसंद किया जा रहा है। कुर्ती की खरीदारी कर रही पिंकी भारद्वाज ने कहा कि कॉटन की कुर्ती आरामदायक होने के साथ-साथ फैशनेबल भी है। वह तो हर रविवार को मार्केट में कुर्ती की खरीदारी करने के लिए आती हैं और दो-तीन कुर्ती खरीद ही लेती हैं।
लड़कों की भी पसंद स्लीवलेस
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आजकल के लड़के-लड़कियाँ एक-दूसरे को जमकर कॉपी करते हैं। बात चाहे हेयर स्टाइल की हो या कपड़ों की सभी चीजों को ये समय-समय पर कॉपी करते रहते हैं। आजकल लड़कों को लड़कियों की तरह स्लीवलेस टीशर्ट्स पहनने का शौक चढ़ा है। हर जगह आजकल आपको स्लीवलेस टीशर्ट पहने लड़के दिख जाएँगे।

लड़कों के अपनाने और उनके बीच बढ़ती माँग से सभी बाजार में स्लीवलेस टीशर्ट्स छा गया है। बात चाहे फुटपाथ की हो या बड़े-बड़े नामी गिरामी कंपनियों के शो रुम की हर जगह लड़कों में स्लीवलेस टीशर्ट छाई हुई हैं। सभी ब्रांडेड कंपनियों ने लड़कों की माँग को देखते हुए स्लीवलेस टीशर्ट की नई रेंज बाजार में उतारी है।

बाजार में कई रंगों में आकर्षक डिजाइन के स्लीवलेस टीशर्ट मिल रहे हैं। कैप के साथ, विदाउट कैप, फुटबॉल, क्रिकेट खिलाड़ियों के लकी नम्बर, नाम, फोटो और स्लोगन वाले स्लीवलेस टीशर्ट बाजार में युवाओं को खूब आकर्षित कर रहे हैं।

स्लीवलेस टीशर्ट्स की बढ़ती माँग की सबसे बड़ी वजह है इसका आरामदायक होना और दूसरी बात मॉनसून। इसे पहनकर रिमझिम बारिश का जमकर मजा ले रहे हैं हमारे युवा। पालिका बाजार में स्लीवलेस टीशर्ट खरीद रहे युवा आदित्या ने बताया कि उसे स्लीवलेस टीशर्ट बहुत पसंद है क्योंकि यह उसे माचो मैन का लुक देती है और लड़कियाँ उनकी तरफ ज्यादा आकर्षित होती हैं।

वहीं स्लीवलेस टीशर्ट पहने बिंदास युवा उत्कल का कहना था कि अपने डोले-शोले को दिखाने के लिए स्लीवलेस से अच्छा कुछ और हो ही नहीं सकता है उसने बताया कि स्लीवलेस टीशर्ट आरामदायक भी हैं और यह हॉट लुक भी देती हैं और वैसे भी मॉनसून में बारिश का मजा तो स्लीवलेस में ही आता है।

लड़कों को हॉट लुक देने वाली स्लीवलेस टीशर्ट्स पालिका, सरोजनी नगर, जनपथ बाजार में 85 रुपए से 200 रुपए के बीच मिल रही हैं, वहीं ब्रांडेड स्लीवलेस 300 से 400 रुपए में आपको मिल जाएँगी। अगर अभी तक आपने स्लीवलेस नहीं खरीदा है तो देर मत करें एक बार इन बाजारों की तरफ रुख करें और ले जाएँ स्लीवलेस टीशर्ट आखिर बारिश का असली मजा तो इसी में आएगा।
नाखून बोलेंगे सुंदरता की भाषा
- प्रेरणा शर्मा
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खूबसूरत दिखने के लिए सिर्फ चेहरे पर ही ध्यान देना काफी नहीं है बल्कि चेहरे के साथ-साथ हाथ और पाँव के नाखूनों पर भी बराबर ध्यान दिया जाना चाहिए। हर महिला और युवती यही चाहती है कि वह खूबसूरती के मामले में किसी से भी कम न रहे।

इसी को लेकर आज बाजार में भी अनेक ऐसे उत्पाद और एसेसरीज उतार दी गई हैं जिन्हें महिलाएँ पार्टी या अन्य किसी भी समारोह में पहनकर सबसे अलग दिख सकती हैं। इन एसेसरीज में गहनों के अलावा रंगीन बालों की लड़ियाँ तो पहले से ही चलन में है अब नाखून एक्सटेंशन भी इसमें शामिल हो गए हैं।

साइबर सिटी गुड़गाँव के सेक्टर 15 में स्थित ग्रेस एंड ग्लैमर पार्लर में इन दिनों नाखूनों को लेकर नेल एक्सटेंशन वर्कशाप चल रही हैं जिसमें महिलाओं व युवतियों की लंबी लाइन लगी रहती है। 10 दिन तक चलने वाली इस वर्कशाप में बड़ी ही बारीकी से नाखूनों पर कारीगरी की जा रही है।

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अपने नाखूनों पर अलग-अलग डिजायन बनवाकर महिलाएँ खूबसूरती में एक कदम और आगे बढ़ रही हैं। नेल एक्सटेंशन करा रही शिल्पा के मुताबिक उन्हें यह आर्ट बहुत अच्छी लगी है।

पहले जहाँ वे नेल्स को खूबसूरत दिखाने के लिए सिर्फ नेल पॉलिश के सहारे थीं अब इस नेल आर्ट ने उनके लिए नए विकल्प खोल दिए हैं। महिमा ने कहा कि जिस तरह से नेल्स पर डिजाइन बनाए जा रहे हैं उससे उन्हें यह फायदा है कि ये नेल कई-कई दिनों तक ऐसे ही रहते हैं। पानी में भीगने के बाद भी इनपर कोई असर नहीं पड़ता और न ही इनका रंग फीका पड़ता है।

इस बारे में ग्रेस एंड ग्लैमर की प्रिया का कहना है कि नेल एक्सटेंशन कराने वालों में सबसे ज्यादा संख्या कॉलेज की लड़कियों की है जो फैशन की दौड़ में अपने को पीछे नहीं रखना चाहती। वहीं नौकरी करने वाली और घरेलू महिलाएँ भी उनके यहाँ नेल एक्सटेंशन करवाने आ रही हैं।

विशेष प्रकार की जेल से नेल्स से को चिपकाया जाता है जो कि कई-कई दिनों तक चल जाते हैं। नेल एक्सटेंशन एक्सपर्ट रेणू ने बताया कि नेल एक्सटेंशन कराते समय प्रोडक्ट की क्वालिटी को ध्यान में रखना चाहिए। जिन्हें नेल आर्ट और एक्सटेंशन की पूरी जानकारी हो उसी से ही यह काम करवाएँ। कई बार अनट्रेंड से नेल एक्सटेंशन करवाना नुकसानदायक हो जाता है।