शनिवार, 2 मार्च 2024

फूलों का संसार

फूलों का संसार सुहाना लगता है
सभी के आंखों का तारा होता है

खुशियों का पैगाम भी ये देता है
एक दूजे के गम को हर लेता है 

कितनों को रोजगार दिलाता है
बहुतों को व्यापार भी कराता है

सबका मान सम्मान बढ़ाता है
इज्जत और प्रतिष्ठा दिलाता है

खिलने से दिल भी खिल जाते हैं 
हर किसी के काम बहुत आते हैं 

इसके रंग हम गिन नहीं पाते हैं 
मुस्कान देख सब दंग रह जाते हैं

ये तो जल में भी खिल जाते हैं
बाग बगीचे में भी लह लहाते हैं

कांटों के बीच भी खिलना होता है 
प्रकृति का नायाब नमूना होता है 

छत को बहुत ही सुंदर बनाते हैं
हर आयोजन में  सजाए जाते हैं

भगवान को भी ये प्यारे लगते हैं
तभी उनके शीश पर भी चढ़ते हैं

खुशबू से भी ये पहचाने जाते हैं 
मूक हो कई अंजाम ये दे जाते हैं 

इनसे प्यार सभी राजेश करते हैं
एक दूजे को हर संदेश भी देते हैं 


राजेश कानोड़िया, नवगछिया (भागलपुर)
03/03/2024